Turkey के स्की रिसॉर्ट में आग से मची अफरातफरी, 66 लोगों की मौत, क्या थे सुरक्षा के उपाय?
नई दिल्ली, मंगलवार को Turkey के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित एक स्की रिसॉर्ट में एक भयावह आग लगने से 66 लोगों की मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब ग्रैंड कार्टल होटल में आग लग गई, जो कि एक 12 मंजिला होटल था। यह होटल कार्टलकाया रिसॉर्ट के प्रमुख स्थान पर स्थित था, जो इस समय दो सप्ताह की स्कूल छुट्टियों के चलते बहुत व्यस्त था।
आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
आग सुबह 3:27 बजे के करीब लगी, और इसने होटल की लकड़ी की क्लैडिंग को जलाकर पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। राहत की बात यह है कि अब अधिकारियों ने आग पर काबू पा लिया है। लेकिन, इस हादसे में कई जिंदगियां चली गईं। आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने इस घटना को बहुत दर्दनाक बताते हुए कहा कि 66 नागरिकों की जान गई है और 51 लोग घायल हो गए हैं।
भागने की कोशिश में कई लोग घायल
घटना के बाद, होटल के मेहमानों ने किसी तरह अपनी जान बचाने की कोशिश की। कुछ लोग खिड़कियों से कंबल और चादरें बांधकर बाहर कूदने की कोशिश करने लगे, लेकिन भागने की कोशिश में कुछ लोग घायल हो गए, जिनमें से तीन की तो मृत्यु हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कई लोग सुरक्षित बचने के लिए होटल की खिड़कियों से कूदने को मजबूर हुए।
सुरक्षा की भारी कमी
इस आग के दौरान होटल में सुरक्षा के कोई भी उपाय नहीं थे। एक व्यक्ति ने मीडिया को बताया कि जब आग लगी तो होटल में कोई अलार्म नहीं बजा, न ही फायर सीढ़ियों या स्मोक डिटेक्टर का कोई उपयोग किया गया था। इस घटना के बाद, यह सवाल उठ रहा है कि सुरक्षा मानकों की कितनी कमी थी, जिसने इस हादसे को और भी भयावह बना दिया।
राष्ट्रपति एर्दोगन ने जताया दुख
Turkey के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “हमारा दर्द बहुत बड़ा है, हमारा दिल बहुत दुख रहा है।” उन्होंने इस घटना के कारणों की प्रशासनिक और न्यायिक जांच की शुरुआत की और वादा किया कि जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
जांच जारी, दोषियों को सजा मिलेगी
न्याय मंत्री यिलमाज टुनक ने इस घटना की जांच के लिए छह अभियोजकों को नियुक्त किया है। इसके अलावा, इस मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि किस कारण से आग लगी और होटल में सुरक्षा के कोई उपाय क्यों नहीं थे। अधिकारियों ने होटल में ठहरे लोगों को पास के होटलों में स्थानांतरित किया, जहां उन्हें अस्थायी रूप से ठहरने का इंतजाम किया गया।