नई दिल्ली, भारत के तेज गेंदबाज Mohammed Shami को बाएं घुटने में सूजन की वजह से मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे और पांचवें टेस्ट मैचों में नहीं चुना जाएगा। यह फैसला बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सामने आया। Shami की फिटनेस को लेकर यह जानकारी तब आई है जब कुछ दिन पहले ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ब्रिसबेन टेस्ट के दौरान उनके स्वास्थ्य के बारे में अपडेट प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से संपर्क किया था।
Shami का गेंदबाजी कार्यभार और घुटने की सूजन
बीसीसीआई ने अपने बयान में बताया कि Shami ने नवंबर में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में 43 ओवर की गेंदबाजी की थी। इसके बाद, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सभी नौ मैचों में हिस्सा लिया। इन मैचों में उनकी गेंदबाजी क्षमता को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने अतिरिक्त गेंदबाजी सत्रों में भी भाग लिया था। हालांकि, लगातार और बढ़े हुए गेंदबाजी कार्यभार के कारण उनके बाएं घुटने में सूजन आ गई है। बीसीसीआई के अनुसार, Shami का यह घुटना अब खेल के लिए जरूरी दबाव को सहन करने के लिए कुछ और समय लेगा।
बीसीसीआई की मेडिकल टीम का निर्णय
बीसीसीआई ने यह भी साफ किया कि वर्तमान चिकित्सा मूल्यांकन के आधार पर, शमी को इस समय और समय की आवश्यकता है ताकि वह अपने घुटने को पूरी तरह से ठीक कर सकें। यही कारण है कि उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में नहीं चुना गया है। Shami का चयन इस समय उनके घुटने की स्थिति पर निर्भर करेगा। बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने पुष्टि की कि शमी के घुटने को पूरी तरह से ठीक होने के लिए और समय चाहिए।
Shami की एड़ी की चोट और रिकवरी
Shami ने पिछले साल नवंबर में वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला था। इसके बाद, उन्हें फरवरी में एड़ी की चोट के लिए सर्जरी करवानी पड़ी थी। बीसीसीआई के अनुसार, शमी पूरी तरह से एड़ी की चोट से ठीक हो चुके हैं और अब वह बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में मेडिकल स्टाफ के मार्गदर्शन में शक्ति और कंडीशनिंग पर काम कर रहे हैं। बीसीसीआई ने यह भी कहा कि शमी खेल के लंबे प्रारूप की मांगों को पूरा करने के लिए अपनी गेंदबाजी की क्षमता को बढ़ा रहे हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में शमी की भागीदारी पर सवाल
21 दिसंबर को चल रही विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच में शमी को बंगाल की टीम में जगह नहीं दी गई। बीसीसीआई ने कहा कि Shami की टूर्नामेंट में भागीदारी उनके घुटने की स्थिति पर निर्भर करेगी। शमी के फैंस अब उनके जल्द स्वस्थ होने और भारतीय टीम में उनकी वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।