Gautam Adani के खिलाफ बड़ा आरोप! रिश्वतखोरी के मामले में SEC ने भेजा समन!
नई दिल्ली, हाल ही में भारतीय उद्योगपति Gautam Adani के खिलाफ एक गंभीर आरोप सामने आया है। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (SEC) ने उन पर और उनके भतीजे सागर अडानी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। यह मामला अब गुजरात की एक अदालत में पहुंच चुका है, जहां एक समन भेजा गया है। इस समन को भारत सरकार द्वारा तामील कराने के लिए एक सत्र अदालत में भेजा गया है।
अमेरिकी SEC का आरोप
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अमेरिकी SEC ने आरोप लगाया है कि Gautam Adani और उनके भतीजे ने भारतीय सरकारी अधिकारियों से बाज़ार से ज्यादा कीमत पर ऊर्जा खरीदने के लिए रिश्वत देने की योजना बनाई थी। इसके अलावा, इस योजना के तहत Azure Power के एक वरिष्ठ अधिकारी सिरिल कैबनेस पर भी “बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी” के आरोप लगाए गए हैं।
SEC के अनुसार, अडानी ग्रीन एनर्जी ने अमेरिकी निवेशकों से 175 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए, और Azure Power के शेयरों का कारोबार न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर हुआ था। SEC का कहना है कि यह रिश्वतखोरी अमेरिकी निवेशकों और भारतीय सरकारी अधिकारियों के बीच गहरी साजिश का हिस्सा थी।
हेग कन्वेंशन के तहत भेजा समन
अमेरिकी SEC ने इस मामले को लेकर हेग कन्वेंशन के तहत समन भेजा था। यह समन अमेरिका के केंद्रीय प्राधिकरण के अनुरोध पर भेजा गया, और अब इस समन को तामील करने के लिए गुजरात के अहमदाबाद की जिला एवं सत्र अदालत को भेजा गया है।
फरवरी 2023 में भारत के विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा एक आंतरिक नोट जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि यदि अदालत मंजूरी देती है, तो इस समन को भारतीय अदालत में भेजा जा सकता है। इस समन में Gautam Adani और उनके भतीजे सागर अडानी से संबंधित आरोपों की जांच की जा रही है।
भारतीय अदालत का क़दम
गुजरात की अदालत अब इस मामले पर विचार कर रही है, और यह देखा जा रहा है कि क्या भारत सरकार इस समन को तामील करने की अनुमति देती है। यदि अदालत इस समन को मंजूरी देती है, तो यह भारत और अमेरिका के बीच कानूनी सहयोग का एक बड़ा उदाहरण होगा, जहां अंतरराष्ट्रीय आरोपों पर दोनों देशों के न्यायिक तंत्रों के बीच सहयोग देखा जाएगा।
SEC का बड़ा कदम
यह कदम अमेरिकी SEC की ओर से एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। भारत में कारोबार करने वाली कई कंपनियों के लिए यह एक चेतावनी हो सकता है कि अब अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। इस मामले में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, SEC द्वारा कार्रवाई की गई है, और यह भविष्य में वैश्विक व्यापार संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल बन सकती है।
Gautam Adani का पक्ष
अभी तक, Gautam Adani और उनके परिवार की ओर से इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, उद्योगपति के समर्थक और उनके पक्ष में खड़े लोग इस आरोप को झूठा और आधारहीन मानते हैं। लेकिन अब यह देखना होगा कि भारतीय न्यायपालिका इस मामले पर क्या कदम उठाती है और आगे की कानूनी प्रक्रिया क्या होती है।