Bhavish Aggarwal का सख्त फैसला: ओला में कर्मचारियों पर गिरी गाज!
नई दिल्ली, ओला के फाउंडर Bhavish Aggarwal ने हाल ही में कर्मचारियों के अटेंडेंस डेटा की समीक्षा की, जिसके बाद एक ईमेल और सोशल मीडिया पोस्ट ने हलचल मचा दी है। कंपनी में उत्पादकता बढ़ाने और कार्यसंस्कृति में सुधार लाने के उद्देश्य से किए गए इन कदमों ने संभावित छंटनी की अटकलों को भी जन्म दिया है। आइए इस मुद्दे को विस्तार से समझते हैं।
अटेंडेंस डेटा पर भाविश का गुस्सा
Bhavish Aggarwal ने एक ईमेल के जरिए अपने कर्मचारियों को सख्त संदेश दिया। उन्होंने लिखा, “कंपनी के अटेंडेंस डेटा को देखकर मैं हैरान हूं। कई कर्मचारियों की अटेंडेंस बेहद खराब है। यह उन सहकर्मियों का अपमान है जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
ईमेल में भाविश ने जोर देकर कहा कि जो लोग कंपनी में काम करने नहीं आ रहे हैं या अटेंडेंस में गड़बड़ी कर रहे हैं, वे कंपनी का नुकसान कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने WFH (वर्क फ्रॉम होम) पॉलिसी का गलत इस्तेमाल करने वालों पर भी सख्ती बरतने की बात कही।
सिर्फ प्रोडक्टिव लोग ही बचेंगे
Bhavish Aggarwal ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने लिखा, “सिर्फ प्रोडक्टिव ही बचेंगे!” यह पोस्ट सीधे तौर पर संकेत देता है कि ओला में कर्मचारियों की उत्पादकता को लेकर सख्ती बढ़ने वाली है। इससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी में कड़े कदम उठाने की तैयारी हो रही है।
कर्मचारियों पर निगरानी और HR की भूमिका
Bhavish Aggarwal के ईमेल में यह भी उल्लेख किया गया कि सोमवार से अटेंडेंस को लेकर कड़ी निगरानी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि HR उन कर्मचारियों से बातचीत करेगा, जो अटेंडेंस में गड़बड़ी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि खराब बहाने बनाना बंद करें और कंपनी के मिशन का हिस्सा बनें।
क्या ओला में छंटनी होने वाली है?
इस पूरे मामले के बाद यह अटकलें तेज हो गई हैं कि ओला में बड़ी छंटनी हो सकती है। Bhavish Aggarwal के ईमेल और पोस्ट, दोनों से यह संदेश मिलता है कि कंपनी में कम उत्पादक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
इस ईमेल और पोस्ट के वायरल होने के बाद भाविश अग्रवाल का नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा है। हालांकि, कंपनी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।