Bengaluru में एक अजीब घटना! सड़कें सफेद झाग से क्यों ढकीं?
नई दिल्ली, Bengaluru में शनिवार को हुई मूसलधार बारिश ने शहरवासियों को न केवल गर्मी से राहत दी, बल्कि एक अनोखा और रहस्यमयी दृश्य भी प्रस्तुत किया। अचानक ही, शहर की सड़कें सफेद झाग से ढक गईं, जो कि एक असामान्य और अजीब घटना के रूप में सामने आई। यह दृश्य विशेष रूप से NIMHANS डेयरी सर्किल इलाके में देखा गया, जहां सड़कें बर्फ जैसी सफ़ेद झाग से पूरी तरह से ढकी हुई थीं।
बारिश के बाद सड़कों पर सफेद झाग का मंजर
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Bengaluru में इस बारिश के बाद जो दृश्य सामने आया, उसने सभी को हैरान कर दिया। झाग के इस मंजर को सबसे पहले इंस्टाग्राम यूजर मिलन ने देखा और वीडियो के रूप में इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वीडियो में सड़कें सफेद रंग से ढकी हुई नजर आ रही थीं, और पानी के किनारों पर जमा हो रहा था। ऐसा लग रहा था मानो हाल ही में शहर में बर्फबारी हुई हो, लेकिन यह किसी और कारण से था।
वीडियो में सड़क के दोनों ओर पेड़ों का घना जाल था, जो एक प्राकृतिक मेहराब बना रहे थे, और वहां से गुजर रहे वाहन टायर के निशान छोड़ते हुए इस दृश्य को और भी रोमांचक बना रहे थे। इस दृश्य को देखकर यह लगता था कि यह किसी जादुई दुनिया का हिस्सा हो, लेकिन असल में यह कुछ और ही था।
सोशल मीडिया पर इस घटना की चर्चा
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों के विचार सामने आने लगे। कुछ लोगों का मानना था कि यह सफेद झाग साबुन के पेड़ (शिकाकाई) के फूलों के कारण उत्पन्न हुआ है। इन फूलों के गिरने से जब बारिश की बूंदें उन पर पड़ती हैं, तो यह झाग जैसा पदार्थ बन जाता है। ऐसे में सड़क पर गिरे ये फूल और बारिश के पानी के मिलने से यह दृश्य उत्पन्न हुआ।
कुछ अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे मजाकिया अंदाज में लिया और कहा कि शायद किसी ने “सर्फ एक्सेल” गिरा दिया था, जिसके बाद यह सफेद झाग फैला। एक यूजर ने तो इसे “नई मनाली बैंगलोर योजना” कहकर मजाक उड़ाया, जिसमें बर्फ जैसी कृत्रिम चीजें सड़क पर फैलाई जा रही हैं।
झाग का कारण: साबुन के पेड़ और शैंपू
इस घटना के पीछे एक और दिलचस्प कारण बताया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह झाग साबुन के पेड़ों से गिरने वाले साबुन के नट्स (कच्चे शिकाकाई) के कारण बनता है। जब इन पेड़ों के फूलों से पानी मिलता है, तो यह झाग जैसे पदार्थ का निर्माण करते हैं। इन नट्स का इस्तेमाल प्राचीन समय से शैंपू और शिकाकाई पाउडर में होता आया है, और यही झाग शहर की सड़कों पर दिखाई दे रहा था।
यह घटना नई नहीं है
यह पहली बार नहीं था जब Bengaluru में मूसलधार बारिश के बाद सड़कों पर झाग का मंजर देखा गया था। इससे पहले भी, Bengaluru की बेलंदूर झील में झाग की घटनाएं सामने आई हैं, जो वायरल हो चुकी हैं। भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के शोधकर्ताओं ने बताया है कि यह झाग मुख्य रूप से डिटर्जेंट और अनुपचारित सीवरेज जल के मिलने से उत्पन्न होता है। यह प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से भी हो सकता है, लेकिन अब यह एक आम घटना बन चुकी है।
सावधानी बरतने की सलाह
चूंकि यह झाग सड़कों पर फैल चुका था, कई लोग इसे “फिसलन भरा” मानते हैं, खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह एक बड़ा खतरा हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सड़क पर झाग दिखने पर सावधानी बरतनी चाहिए और गाड़ी चलाते वक्त गति को नियंत्रित रखना चाहिए। यह घटना तो मजेदार थी, लेकिन सड़क पर किसी भी तरह की फिसलन गंभीर हादसों का कारण बन सकती है।