नई दिल्ली, ऑस्ट्रेलियाई टेनिस खिलाड़ी Alex De Minaur ने सोमवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन में एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की। उन्होंने पहली बार इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। Alex De Minaur ने 20 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी एलेक्स मिशेलसन को 6-0, 7-6(5), 6-3 से हराकर इस मुकाम तक पहुंचने में सफलता पाई। इस जीत के साथ डी मिनौर ने अपनी यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ा और अब उनकी नजरें सेमीफाइनल में प्रवेश करने पर हैं।
Alex De Minaur का करियर मील का पत्थर
Alex De Minaur, जो इस समय आठवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हैं, ने इस जीत के साथ यह सुनिश्चित कर दिया कि वह सभी चार मेजर टेनिस टूर्नामेंट्स के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे हैं। यह उनके करियर का महत्वपूर्ण पल था, क्योंकि उन्होंने यह उपलब्धि मेलबर्न में, अपने घरेलू स्लैम में हासिल की। इस सफलता के साथ वह 2005 के बाद से क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बने हैं। इससे पहले यह सम्मान लेटन हेविट और निक किर्गियोस के नाम था।
मैच की निर्णायक क्षण
Alex De Minaur का मैच बेहद रोमांचक और चुनौतीपूर्ण था। पहले सेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए मिशेलसन को बिना कोई गेम जीतने का मौका दिए 6-0 से हराया। लेकिन दूसरे सेट में मिशेलसन ने जोरदार वापसी की। उन्होंने डी मिनौर को कड़ी टक्कर दी और सेट को टाई-ब्रेक तक ले जाने में सफल रहे। हालांकि, डी मिनौर ने टाई-ब्रेक में शानदार खेल दिखाया और अंत में सेट जीतकर मैच पर नियंत्रण हासिल किया।
अगला मुकाबला: सिनर से चुनौती
Alex De Minaur की जीत के साथ ही अब उनकी नजरें अगले मुकाबले पर हैं, जहां उनका सामना पीआईएफ एटीपी रैंकिंग के नंबर 1 खिलाड़ी और मौजूदा चैंपियन जैनिक सिनर से होगा। सिनर ने अब तक डी मिनौर के खिलाफ 9 मुकाबलों में से सभी में जीत हासिल की है। डी मिनौर के लिए यह मुकाबला बेहद कठिन होगा, क्योंकि सिनर उनके खिलाफ अजेय साबित हुए हैं। हालांकि, Alex De Minaur को अपनी कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास पर पूरा विश्वास है, और वह इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
Alex De Minaur का विकास और आत्मविश्वास
Alex De Minaur का मानना है कि यह सफलता उनके लगातार प्रयासों और मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा, “यह सफलता रातों-रात नहीं आई है। मुझे हर साल थोड़ा-थोड़ा सुधार करना पड़ा है।” उनका यह विचार उनके करियर को लेकर उनकी निरंतर प्रगति को दर्शाता है। डी मिनौर का यह मानना है कि अगर किसी को सफलता चाहिए तो उसे निरंतर कड़ी मेहनत और सुधार की आवश्यकता होती है, और यही उन्हें इस मुकाम तक लेकर आया है।
आने वाले दिनों में Alex De Minaur के लिए बहुत कुछ दांव पर होगा। उन्हें अपने पहले मेजर सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए जैनिक सिनर को हराना होगा, जो एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। लेकिन Alex De Minaur का आत्मविश्वास और उनके निरंतर सुधार के चलते यह मुकाबला बेहद रोमांचक होगा। उनके फैंस को उनसे बहुत उम्मीदें हैं और वे पूरी दुनिया में इस खेल का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।