7.7 तीव्रता के Earthquake ने मचाया तबाही, बैंकाक और म्यांमार में क्या हुआ?
नई दिल्ली, शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में एक जबरदस्त Earthquake के झटके महसूस किए गए। Earthquake की तीव्रता 7.7 मापी गई, जिससे दोनों देशों में अफरा-तफरी मच गई। अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे और जर्मनी के जीएफ़ज़ेड सेंटर फॉर जियोसाइंस ने इस भूकंप का केंद्र म्यांमार में बताया। भूकंप के कारण थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में भी काफी नुकसान हुआ, और यहां की कई इमारतों को खाली कराया गया।
Earthquake की तीव्रता और केंद्र
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Earthquake का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर के पास था, जो राजधानी नेपिडो से लगभग 100 किमी उत्तर में स्थित है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने इसे 7.7 की तीव्रता का बताया, जबकि चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने इसे 7.9 बताया। भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 10 किमी की गहराई में था। म्यांमार में इरावदी नदी पर बना एक बड़ा पुल ढह गया, और कई सड़कों पर दरारें आ गईं।
बैंकाक में डर और तबाही
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में भी भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए। बीबीसी की पत्रकार बुई थू ने बताया कि जब भूकंप आया, तो वह अपने घर में खाना बना रही थीं। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत घबराहट हुई थी, क्योंकि बैंकाक में इतना तेज भूकंप कई सालों बाद महसूस हुआ था। मेरी दीवारों में दरारें आ गईं और स्वीमिंग पूल से पानी छलकने लगा।”
बैंकाक में इमारतों के गिरने की भी खबरें आईं, और लोग तेजी से सड़कों पर निकल आए। यहां तक कि कुछ निर्माणाधीन इमारतें भी गिरने लगीं। भूकंप के बाद अफ्टरशॉक्स भी महसूस किए गए, जिससे लोग और ज्यादा डर गए।
प्रधानमंत्री मोदी की चिंता और मदद का वादा
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस Earthquake पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।” इसके अलावा, मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों से संपर्क में रहने की बात कही है।
म्यांमार में Earthquake का इतिहास
म्यांमार में भूकंपों की घटनाएं आम हैं। एएफ़पी न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, म्यांमार के सागैंग फॉल्ड के पास कई बार 7.0 से अधिक तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं। हालांकि, थाईलैंड भूकंप जोन में नहीं आता, लेकिन यहां के लोग अक्सर म्यांमार में आने वाले भूकंपों के असर से प्रभावित होते हैं।
वर्तमान हालात और भविष्य की चुनौतियां
Earthquake के कारण म्यांमार और थाईलैंड में अब तक भारी नुकसान की खबरें आई हैं। म्यांमार के नेपिडो शहर की सड़कों पर दरारें आ गईं, और कई इमारतें भी गिरने लगीं। बैंकाक में भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि यहां की इमारतों का निर्माण भूकंपरोधी नहीं होता।
भूकंप के झटकों के बाद, दोनों देशों की सरकारें आपातकालीन स्थिति में हैं और बचाव कार्य जारी हैं। सरकारें राहत कार्यों के लिए तेजी से कदम उठा रही हैं ताकि अधिक नुकसान से बचा जा सके।