नई दिल्ली, दक्षिण अफ्रीका के स्टार तेज गेंदबाज Kagiso Rabada ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्होंने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ एशियाई सरज़मीं पर अपने 50 वनडे विकेट पूरे कर लिए। रबाडा का यह रिकॉर्ड उन्हें दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शामिल करता है। आइए, जानते हैं उनके वनडे करियर और एशिया में उनके प्रदर्शन से जुड़े कुछ अहम आंकड़े।
न्यूजीलैंड के खिलाफ ऐतिहासिक उपलब्धि
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लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में Kagiso Rabada ने यह शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया। मैच में प्रवेश करने से पहले, उनके एशियाई धरती पर 48 वनडे विकेट थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा विकेट लेते ही उन्होंने 50 विकेट पूरे कर लिए।
Kagiso Rabada ने मैच में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती दी। उनकी धारदार गेंदबाजी का ही असर था कि कीवी टीम बड़े स्कोर की ओर नहीं बढ़ सकी।
एशिया में Kagiso Rabada का शानदार रिकॉर्ड
Kagiso Rabada के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने एशिया में अब तक 29 मैच खेले हैं और 24 से अधिक की औसत से 50 विकेट चटकाए हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि वे एशियाई परिस्थितियों में भी प्रभावी गेंदबाज हैं।
रबाडा के एशिया में प्रदर्शन की विस्तार से बात करें तो –
- भारत में: 16 मैचों में 26.92 की औसत से 26 विकेट
- श्रीलंका में: 29.80 की औसत से 10 विकेट
- बांग्लादेश में: 12.75 की औसत से 8 विकेट
- पाकिस्तान में: 6 विकेट
इन आंकड़ों से साफ है कि रबाडा भारतीय उपमहाद्वीप की पिचों पर भी उतने ही घातक हैं जितने कि दक्षिण अफ्रीका में।
वनडे क्रिकेट में भी किया बड़ा मुकाम हासिल
न्यूजीलैंड के खिलाफ इस सेमीफाइनल मुकाबले में खेलते हुए Kagiso Rabada ने वनडे करियर में कुल 168 विकेट भी पूरे कर लिए। उन्होंने यह उपलब्धि अपने 106वें वनडे मैच में हासिल की।
न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा है। इस मैच से पहले, उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 21 की औसत से 15 विकेट लिए थे, जो यह दिखाता है कि वह कीवी बल्लेबाजों के लिए हमेशा से ही मुश्किल गेंदबाज रहे हैं।
रबाडा की अगली चुनौती
Kagiso Rabada अब टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी टीम के लिए निर्णायक भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनकी फॉर्म को देखते हुए यह उम्मीद की जा सकती है कि वह दक्षिण अफ्रीका को पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाएंगे। अगर वह इसी लय में गेंदबाजी करते रहे, तो विरोधी टीम के लिए उन्हें खेलना बेहद मुश्किल होगा।