300 दिन Makhana खाते हैं पीएम मोदी, जानिए क्यों है यह सुपरफूड?
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान Makhana को ‘सुपरफूड’ करार दिया। उन्होंने बताया कि Makhana सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ बन चुका है। पीएम मोदी ने यह भी खुलासा किया कि वह खुद साल के 300 दिन मखाना खाते हैं क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
बिहार में बनेगा Makhana बोर्ड
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केंद्र सरकार ने बिहार में Makhana बोर्ड स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिसकी घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट पेश करते समय की थी। इस बोर्ड का मुख्य उद्देश्य मखाने के उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन और निर्यात को बढ़ावा देना है, जिससे स्थानीय किसानों को अधिक लाभ मिल सके। बिहार, जो कि भारत में मखाने का सबसे बड़ा उत्पादक है, देश की कुल मखाना आपूर्ति का 80 प्रतिशत उत्पादन करता है।
भारत के Makhana उद्योग को मिलेगी नई पहचान
भारत में मखाने की खेती बड़े पैमाने पर बिहार और पूर्वी राज्यों में होती है, लेकिन इसकी वैश्विक मांग बढ़ने के बावजूद किसानों को उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था। अब सरकार की नई योजनाओं से भारतीय Makhana उद्योग को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेहतर पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इस पर जोर देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि मखाने को दुनिया भर में पहुँचाया जाए।
मखाने के स्वास्थ्य लाभ
Makhana केवल स्वादिष्ट स्नैक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए अमृत के समान है। इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे सुपरफूड की श्रेणी में रखते हैं। आइए जानते हैं इसके कुछ खास फायदे –
- हृदय स्वास्थ्य में सहायक – मखाने में कम वसा होती है और यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है।
- ब्लड शुगर कंट्रोल करता है – इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह डायबिटीज मरीजों के लिए सुरक्षित है और इंसुलिन संवेदनशीलता को सुधारता है।
- सूजन और उम्र बढ़ने को रोकता है – मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में सूजन कम करने और एजिंग प्रोसेस को धीमा करने में मदद करते हैं।
- वजन प्रबंधन में सहायक – हाई फाइबर कंटेंट की वजह से यह लंबे समय तक पेट भरा हुआ रखता है, जिससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है – Makhana फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन को दुरुस्त रखता है और पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करता है।
बिहार के किसानों के लिए नए अवसर
बिहार के किसानों को अब अपने उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुँचाने का बेहतर मौका मिलेगा। Makhana बोर्ड के बनने से इसकी खेती से लेकर निर्यात तक की प्रक्रिया आसान होगी। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी फायदा मिलेगा।