नई दिल्ली, श्रीलंका क्रिकेट के अनुभवी सलामी बल्लेबाज Dimuth Karunaratne ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। गॉल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा टेस्ट उनका अंतिम टेस्ट मैच होगा। यह मुकाबला खास इसलिए भी है क्योंकि यह उनका 100वां टेस्ट होगा। करुणारत्ने श्रीलंका क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं और उनके नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं।
Dimuth Karunaratne का शानदार करियर
36 वर्षीय Dimuth Karunaratne ने 99 टेस्ट मैचों में 7,172 रन बनाए हैं। इस प्रदर्शन के साथ वह श्रीलंका के सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं। उनसे आगे सिर्फ एंजेलो मैथ्यूज, महान बल्लेबाज कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने हैं।
Dimuth Karunaratne ने नवंबर 2012 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और तब से लेकर अब तक उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट को कई यादगार पारियां दी हैं। 2019 से 2023 तक उन्होंने श्रीलंकाई टीम की कप्तानी भी की, जिसमें उनकी टीम ने कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज भी जीतीं।
संन्यास लेने का सही समय क्यों?
Dimuth Karunaratne ने ESPNcricinfo को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि यह संन्यास लेने का सही समय है, क्योंकि अब युवा खिलाड़ियों को मौका देने की जरूरत है। उन्होंने कहा:
“हमारी टीम में तीन-चार युवा खिलाड़ी हैं, जो अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र के लिए तैयार हो सकते हैं। मुझे लगता है कि अब उन्हें मौका मिलना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि संयोग से उनका पहला टेस्ट मैच भी गॉल में ही हुआ था और वह वहीं अपना करियर समाप्त करना चाहते हैं।
श्रीलंका का टेस्ट क्रिकेट में भविष्य
श्रीलंका को मई 2026 से पहले केवल दो टेस्ट मैच खेलने हैं। ऐसे में Dimuth Karunaratne का यह फैसला रणनीतिक रूप से सही माना जा रहा है, क्योंकि इस समय टीम नए खिलाड़ियों को तैयार करने पर ध्यान दे सकती है।
10000 टेस्ट रन नहीं बना पाने का मलाल
Dimuth Karunaratne के करियर में एक और दिलचस्प पहलू यह है कि उनके सिवाय सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर ही हैं, जिन्होंने 2012 के बाद से एक सलामी बल्लेबाज के रूप में उनसे अधिक टेस्ट रन बनाए हैं।
हालांकि, Dimuth Karunaratne ने स्वीकार किया कि उन्हें 10,000 टेस्ट रन पूरे न कर पाने का मलाल रहेगा। उन्होंने कहा:
“2017, 2018 और 2019 में जिस तरह मेरा प्रदर्शन चल रहा था, मुझे लगा था कि मैं 10,000 टेस्ट रन बना सकता हूँ। लेकिन कोविड महामारी और श्रीलंका द्वारा कम टेस्ट खेलने की वजह से यह संभव नहीं हो सका।”
श्रीलंका के लिए एक महान योगदान
Dimuth Karunaratne न केवल श्रीलंका के सफलतम टेस्ट बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, बल्कि उनकी कप्तानी में टीम ने दक्षिण अफ्रीका में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की थी। उन्होंने 50 वनडे मैच भी खेले हैं, लेकिन उनका असली जलवा टेस्ट क्रिकेट में एक भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज के रूप में रहा है।
उनके संन्यास के साथ श्रीलंका क्रिकेट एक और अनुभवी खिलाड़ी को खो देगा, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी जगह कौन लेता है और टीम किस दिशा में आगे बढ़ती है।