नई दिल्ली, इंग्लिश फुटबॉल में हाल ही में एक बेहद संवेदनशील और विवादित मामला सामने आया है। प्रोफेशनल गेम मैच ऑफिशियल्स लिमिटेड (PGMOL), जो इंग्लिश फुटबॉल के रेफरी और मैच अधिकारियों की संस्था है, ने एक गंभीर मामला उठाया है। यह मामला तब सामने आया जब आर्सेनल और वॉल्वरहैम्प्टन वॉल्व्स के बीच हुए मैच में Michael Oliver Referee और उनके परिवार को मौत की धमकियाँ मिलीं। यह धमकियाँ वॉल्व्स के खिलाफ आर्सेनल की 1-0 से जीत के दौरान दिए गए एक विवादास्पद निर्णय के बाद आईं।
क्या था विवाद?
शनिवार को खेले गए इस मैच में Michael Oliver Referee ने वॉल्व्स के माइल लुईस-स्काइल को 43वें मिनट में रेड कार्ड दिखाया था। यह निर्णय तब लिया गया जब लुईस-स्काइल ने आर्सेनल के मैट डोहर्टी के खिलाफ एक संदिग्ध फाउल किया था। ओलिवर के फैसले को VAR (वीडियो असिस्टेंट रेफरी) के डैरेन इंग्लैंड ने भी सपोर्ट किया। हालांकि, इस निर्णय को लेकर फुटबॉल विशेषज्ञों और फैंस ने तीव्र प्रतिक्रिया दी।
आर्सेनल के मैनेजर माइक आर्टेटा ने इस फैसले पर गुस्सा जाहिर किया और कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि रेफरी का यह निर्णय पलट दिया जाएगा। हालांकि मैच का परिणाम पहले ही आ चुका था, आर्टेटा का मानना था कि आर्सेनल को इस फैसले के खिलाफ अपील करने की जरूरत नहीं थी। इसके साथ ही, वुल्व्स के जोआओ गोम्स को भी जुरेन टिम्बर के खिलाफ रेड कार्ड दिया गया था, जिससे दोनों टीमों के खिलाड़ियों की संख्या मैदान पर घट गई थी।
Michael Oliver Referee को मिली धमकियाँ
इस विवादित निर्णय के बाद Michael Oliver Referee और उनके परिवार को गंभीर मौत की धमकियाँ मिलीं। PGMOL ने इन धमकियों की कड़ी निंदा की है और पुष्टि की है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस तरह की धमकियाँ फुटबॉल जगत के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। यह पहला मामला नहीं है, जब रेफरी को इस प्रकार की धमकियाँ मिली हों। 2021 में, माइक डीन को भी ऐसी धमकियाँ मिली थीं जब उन्होंने फुलहम के खिलाफ एक विवादास्पद निर्णय लिया था।
फुटबॉल समुदाय का समर्थन
फुटबॉल समुदाय ने इस घटना के बाद ओलिवर के समर्थन में आवाज उठाई है। प्रीमियर लीग ने भी एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने इस तरह की धमकियों को अस्वीकार्य बताया और ओलिवर को पूर्ण समर्थन दिया। PGMOL के पूर्व प्रमुख केविन हैकेट ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि ओलिवर को कुछ समय के लिए अपने कर्तव्यों से मुक्त किया जाना चाहिए।
क्या इस विवाद ने ओलिवर के करियर को प्रभावित किया?
माइकल ओलिवर को इंग्लिश फुटबॉल के सबसे प्रमुख रेफरियों में से एक माना जाता है। उनका करियर बहुत ही सफल रहा है, और उन्हें 2022 के कतर विश्व कप के लिए भी चुना गया था। हालांकि, इस विवाद के बाद उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा। पूर्व फुटबॉलर एलन शियरर ने इस निर्णय को “सबसे खराब निर्णय” बताया। बावजूद इसके, ओलिवर ने अपने फैसलों पर विश्वास बनाए रखा और उनका मानना है कि उन्होंने सही निर्णय लिया था।