Elon Musk के हाव-भाव पर क्यों हुई इतनी बड़ी बहस?

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नई दिल्ली, Elon Musk, जो कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) के मालिक भी हैं, ने हाल ही में एक ऐसी घटना को जन्म दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई। यह घटना डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हुई, जब Elon Musk ने एक हाथ से किया गया अपना हाव-भाव दिखाया। इस इशारे को लेकर कई लोगों ने इसे नाजी सलामी से तुलना की, जिससे Elon Musk के फॉलोअर्स और आलोचकों के बीच तीव्र विवाद उत्पन्न हो गया।

Elon Musk का हाव-भाव: एक हाथ से सलामी

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जब Elon Musk ने अपने दाहिने हाथ को दिल पर रखा और फिर हवा में उठाया, तो वह काफी भावुक नजर आए। उन्होंने मंच से यह भी कहा, “इसे संभव बनाने के लिए आप सभी का धन्यवाद,” और इसके बाद उन्होंने यह इशारा अपनी पीठ के पीछे बैठे लोगों के लिए भी दोहराया। इस इशारे का मतलब समझने के लिए कई लोगों ने इतिहास की ओर रुख किया और इसे नाजी सलामी से जोड़ दिया।

नाजी सलामी का कनेक्शन

कुछ इतिहासकारों ने Elon Musk के इस हाव-भाव की तुलना नाजी सलामी से की, जो कि Adolf Hitler और Benito Mussolini द्वारा उपयोग किया जाता था। क्लेयर ऑबिन, जो नाज़ीवाद की विशेषज्ञ हैं, ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि Elon Musk का यह इशारा नाजी सलामी जैसा था। साथ ही न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रूथ बेन-घियाट ने भी इसे फासीवाद के इतिहास से जोड़ा और इसे आक्रामक करार दिया।

Elon Musk का जवाब और बचाव

Elon Musk ने इस विवाद के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “हर कोई हिटलर नहीं है” और इस तरह के आरोपों को थकाऊ बताया। Elon Musk ने यह भी कहा कि उनका इशारा केवल एक व्यक्तिगत भावनाओं को व्यक्त करने का तरीका था और वह इसे किसी अन्य संदर्भ में नहीं देख रहे थे। इसके बाद, मस्क के करीबी सहयोगी एंड्रिया स्ट्रोप्पा ने इस इशारे को लेकर एक सफाई दी, जिसमें कहा गया कि मस्क केवल अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे थे और इस इशारे का नाजी सलामी से कोई संबंध नहीं था।

क्या Elon Musk का इशारा विवादित था?

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इस मामले को लेकर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ आईं। कुछ लोग Elon Musk का बचाव करते हुए यह कहते हैं कि यह सिर्फ एक असामान्य इशारा था और इसका कोई नाजी संदर्भ नहीं था। एंटी-डिफेमेशन लीग, जो यहूदी-विरोधी भावना के खिलाफ काम करने वाली एक संस्था है, ने भी कहा कि यह एक “अजीब इशारा” था, न कि नाजी सलामी। वहीं, कुछ लोग मस्क के इस इशारे को उनके बढ़ते राजनीतिक रुझानों से भी जोड़कर देख रहे हैं, खासकर जब से उन्होंने दक्षिणपंथी दलों का समर्थन किया है।

Elon Musk की राजनीतिक दिशा

Elon Musk के इस इशारे ने उनके राजनीतिक रुझानों पर भी सवाल उठाए हैं। हाल ही में मस्क ने जर्मनी की दूर-दराज़ पार्टी AfD और ब्रिटेन की एंटी-इमिग्रेशन पार्टी रिफॉर्म यूके के समर्थन में बयान दिए हैं। इससे उनके समर्थकों और आलोचकों के बीच काफ़ी चर्चा हो रही है। हालांकि, Elon Musk ने हमेशा कहा है कि वह चरमपंथी विचारधाराओं के खिलाफ हैं, फिर भी उनकी राजनीतिक विचारधारा पर सवाल उठते रहते हैं।

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