नई दिल्ली, विजय हजारे ट्रॉफी 2024 में एक बार फिर बड़ौदा क्रिकेट टीम ने अपनी बल्लेबाजी से धमाल मचाया है। इस बार बड़ौदा के कप्तान Krunal Pandya ने ना सिर्फ अपनी बैटिंग से छाप छोड़ी, बल्कि कप्तानी में भी शानदार रणनीति दिखाकर अपनी टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया। बड़ौदा ने केरल के खिलाफ निर्धारित 50 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 403 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस मैच में Krunal Pandya ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से 54 गेंदों में 80 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
Krunal Pandya की धमाकेदार पारी
Krunal Pandya ने अपनी टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 54 गेंदों में नाबाद 80 रन बनाए और अपनी बल्लेबाजी से विपक्षी गेंदबाजों को निराश कर दिया। क्रुणाल का खेल निश्चित रूप से बड़ौदा के लिए निर्णायक साबित हुआ। उनके आक्रामक शॉट्स और स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता ने मैच का रुख बदल दिया। यह पारी उनकी बल्लेबाजी की क्षमता और कप्तानी की सूझबूझ को साबित करती है।
निनाद राठवा का शानदार शतक
बड़ौदा के लिए एक और शानदार पारी निनाद राठवा ने खेली, जिन्होंने 99 गेंदों में 136 रन की आतिशी पारी खेली। राठवा ने 19 चौके और 3 छक्के लगाए और अपनी टीम के लिए एक मजबूत पारी खेली। यह पारी इस सीजन का सबसे बड़ा टीम स्कोर साबित हुई। राठवा की यह पारी टूर्नामेंट के इतिहास का आठवां सबसे बड़ा स्कोर भी बन गई है। उनका यह शतक बड़ौदा के कुल स्कोर को 400 रन के पार ले जाने में अहम साबित हुआ।
पार्थ कोहली और अन्य बल्लेबाजों का योगदान
निनाद राठवा और Krunal Pandya के अलावा, पार्थ कोहली ने भी अपनी पारी से बड़ौदा को मजबूत किया। कोहली ने 87 गेंदों में 72 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनकी पारी ने बड़ौदा को और भी मजबूती दी। इसके अलावा, विष्णु सोलंकी और भानु पुनिया ने भी छोटे लेकिन महत्वपूर्ण योगदान दिए। सोलंकी ने 25 गेंदों में 46 रन बनाए, जबकि भानु पुनिया ने 15 गेंदों में 37 रन बनाए।
केरल की गेंदबाजी पर भारी पड़ा बड़ौदा का आक्रमण
केरल के कप्तान सलमान निजार ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन यह फैसला उनकी टीम के लिए सही साबित नहीं हुआ। केरल के गेंदबाजों ने बड़ौदा के आक्रामक बल्लेबाजों के सामने बेबस नजर आए। शराफुद्दीन के अलावा, कोई भी गेंदबाज प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सका। शराफुद्दीन ने 2 विकेट जरूर झटके, लेकिन बड़ौदा के विशाल स्कोर के सामने यह पर्याप्त नहीं था।
कुल मिलाकर मैच का विश्लेषण
इस मैच ने यह साबित कर दिया कि बड़ौदा की टीम इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में मजबूत दावेदार बन सकती है। Krunal Pandya की कप्तानी और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने उनकी टीम को एक ऐतिहासिक स्कोर तक पहुंचाया। निनाद राठवा और पार्थ कोहली के योगदान ने बड़ौदा को एक ऐसा स्कोर दिया, जो टूर्नामेंट के इतिहास में याद रखा जाएगा।
केरल के खिलाफ इस शानदार प्रदर्शन के बाद बड़ौदा की टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे आने वाले मैचों में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। बड़ौदा क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक उत्साहित करने वाली खबर है, क्योंकि उनकी टीम विजय हजारे ट्रॉफी के खिताब की ओर बढ़ रही है।