नई दिल्ली, दक्षिण अफ्रीका ने सोमवार को सेंट जॉर्ज पार्क, गेकेबरहा में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे और अंतिम मैच में श्रीलंका को 109 रन से हराकर घरेलू मैदान पर 2-0 से क्लीन स्वीप किया। इस जीत के पीछे प्रमुख भूमिका थी Keshav Maharaj की शानदार गेंदबाजी की, जिन्होंने 76 रन देकर पांच महत्वपूर्ण विकेट लिए। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण श्रीलंका की टीम मात्र 238 रन पर आउट हो गई और दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 से जीत हासिल की।
मैच का रोमांचक अंत
दूसरे टेस्ट मैच के पांचवे दिन श्रीलंका को जीत के लिए 143 रन और चाहिए थे, लेकिन महाराज और उनके साथी गेंदबाजों ने मिलकर श्रीलंकाई बल्लेबाजों को पूरी तरह से हरा दिया। मैच में शुरुआत अच्छी रही और श्रीलंका के बल्लेबाज 205/5 के स्कोर पर खेलते हुए पांचवे दिन की शुरुआत करते थे। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए पांच और विकेट चाहिए थे, और मेज़बान टीम ने बहुत ही कम समय में अपने गेंदबाजी प्रयासों से श्रीलंका की बल्लेबाजी को तोड़ दिया।
महाराज की गेंदबाजी का असर
श्रीलंका ने पहले ही 143 रन की जरूरत के साथ खेल की शुरुआत की थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने तेज़ी से विकेट चटकाए। Keshav Maharaj की गेंद पर कुसल मेंडेस का शानदार कैच एडेन मार्करम ने लिया और इससे 97 रनों की साझेदारी टूट गई। इसके बाद, कागिसो रबाडा ने कप्तान धनंजय डी सिल्वा को आउट किया, जो 50 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इन विकेटों के बाद श्रीलंका के पुछल्ले बल्लेबाज भी जल्दी आउट हो गए और मैच का रुख पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीका की ओर मुड़ गया।
दक्षिण अफ्रीका की टीम का शानदार प्रदर्शन
जब श्रीलंका के बल्लेबाज ढेर हो गए, तो दक्षिण अफ्रीका ने बिना समय गंवाए प्रभात जयसूर्या और विश्वा फर्नांडो के विकेट भी चटकाए। दक्षिण अफ्रीका ने पूरी तरह से मैच पर नियंत्रण हासिल किया और सुनिश्चित किया कि वे अगले साल होने वाली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिए शीर्ष पर पहुंच जाएं। इसके बाद, मार्को जेनसन ने लाहिरू कुमारा का आखिरी विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका को शानदार जीत दिलाई।
सीरीज की समाप्ति पर प्रतिक्रिया
यह मैच ना केवल दक्षिण अफ्रीका के लिए एक बड़ी जीत थी, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप स्टैंडिंग में भी उन्हें शीर्ष पर पहुंचने में मदद मिली। यह सीरीज क्लीन स्वीप के रूप में समाप्त हुई और दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को हराकर अपनी ताकत का पूरी दुनिया में अहसास कराया। यह सीरीज दोनों टीमों के लिए बेहद अहम थी, क्योंकि दोनों को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए जीत की आवश्यकता थी।